Total Count

Subscribe Us

लसिका परिसंचरण तंत्र (LymphCirculatory System) :

लसिका परिसंचरण तंत्र (LymphCirculatory System) :

लसिका परिसंचरण तंत्र (Lymph Circulatory System) :
> विभिन्न ऊतकों तथा कोशिकाओं के बीच स्थित अंतराकोशिकीय अवकाशों में पाये जाने वाले हल्के पीले द्रव को लसीका कहते हैं।
> लसीका एक प्रकार का द्रव है, जिसकी रचना लगभग रक्त प्लाज्माजैसी ही होती है, जिसमें पौष्टिक पदार्थ ऑक्सीजन तथा कई अन्य पदार्थ मौजूद रहते हैं।
> लसीका में पायी जाने वाली कणिकाएँ लिम्फोसाइट्स कहलाती हैं। ये वास्तव में श्वेत रुधिर कणिकाएँ होती हैं।
> लसीका ऊतक से हृदय की ओर केवल एक ही दिशा में बहता है।

लसीका के कार्य
(a) लसीका में उपस्थित लिम्फोसाइट्स हानिकारक जीवाणुओं का भक्षण करके रोगों की रोकथाम में सहायक होता है।
(b) लसीका, लिम्फोसाइट्स का निर्माण करती है।
(c) लसीका के नोड, जिन्हें लिम्फनोड कहते हैं, मनुष्य के शरीर में छन्ने का कार्य करते हैं। धूल के कण, जीवाणु कैंसर कोशिकाएँ इत्यादि लिम्फ नोड में फँस जाते हैं।
(d) लसीका घाव भरने में सहायता करती है।
(e) लसीका ऊतकों से शिराओं में विभिन्न वस्तुओं का परिसंचरण करती है।

अन्य सम्बंधित विषय 


अन्य जानकारी